तुम्हीं ने तो कहा था कि कुछ बचने दोगे या नहीं. शायद तुमने मुझे अपनी
----- समझा. नहीं ऐसा बिलकुल नहीं था . मैं तुम्हें जितना यहाँ ( इस समय )
पर प्यार करता हूँ उतना ही वहां ( तुमसे दूर रहकर ) भी करता हूँ. इसलिए
इतने दिन दूर रहकर मैंने शायद सिद्ध कर दिया और तुम्हें विश्वास दिला दिया
कि मैं तुमसे और सिर्फ तुमसे और केवल तुम्हारे दिल से प्यार करता हूँ. शायद
अब तुम सोच रही होगी कि बड़ा अजीब व्यक्ति है. वास्तव में , मैं अपने आप से
अजनबी हूँ, पर तुम्हारे दिल के करीब हूँ.
- शाहिद अजनबी