अनीसा अपने प्यार में कोई तो कसक, कोई तो लगन , कोई तो जादू है जो दिलों में बहैसियत मौजूद है .
अनीसा जब तुम अभी 4 जुलाई 01 को मुझे फोन करने आई थी, लेकिन मेरे न मिलने की वजह से मेरी आवाज़ को सुनने में कामयाब न हुयीं.
अनीसा उस वक़्त मैं तहसील सर्टिफिकेट बनवाने गया था.
अनीसा मेरा यक़ीन करो , जब मैं वहां से लौटकर घर आ रहा था, रास्ते में मुझे पता नहीं क्यूँ ऐसा लग रहा था- कि जैसे आज तुम मुझे फोन करोगी और जैसे ही मैं घर आया, मालूम हुआ- तुम्हार फोन आया था. लेकिन शायद उस वक़्त बात करना अपनी किस्मत में नहीं था.
- शाहिद
4.07.01
अनीसा जब तुम अभी 4 जुलाई 01 को मुझे फोन करने आई थी, लेकिन मेरे न मिलने की वजह से मेरी आवाज़ को सुनने में कामयाब न हुयीं.
अनीसा उस वक़्त मैं तहसील सर्टिफिकेट बनवाने गया था.
अनीसा मेरा यक़ीन करो , जब मैं वहां से लौटकर घर आ रहा था, रास्ते में मुझे पता नहीं क्यूँ ऐसा लग रहा था- कि जैसे आज तुम मुझे फोन करोगी और जैसे ही मैं घर आया, मालूम हुआ- तुम्हार फोन आया था. लेकिन शायद उस वक़्त बात करना अपनी किस्मत में नहीं था.
- शाहिद
4.07.01