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Wednesday, August 20, 2014

दोस्तों में दोस्ती के लिए सब कुछ होता है

आज, अनीसा , फोन पर तुमसे कुछ ऐसा कहा - जो सच होते हुए भी अच्छा नहीं लगा. जब तुमने कहा- " मैं जानती हूँ आप कुछ नहीं कर सकते " .

अनीसा तुम्हीं बताओ मैं क्या करूँ . मैं वो करने के लिए तैयार हूँ. तुमसे मिलने के लिए तो वो क़दम भी उठा सकता हूँ जिसे मेरा दिल भी न चाहता हो. खैर !
मैं गुस्सा-वुस्सा कुछ नहीं हूँ . न ही मुझे ये बुरा लगा . दोस्तों में दोस्ती के लिए सब कुछ होता है.

22.12.02 ( मेरठ )